देश की आर्थिक नगरी मुंबई में आज (सोमवार को) लगातार तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश हो रही है। इसकी वजह से शहर के कई इलाकों में जलभराव देखने को मिला है। बारिश और जलभराव ने मायानगरी की रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है।

इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई और उसके आसपास के इलाकों और मुंबई के उपगगरों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। IMD ने इसके लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। भारी बारिश को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। भारी बारिश के कारण ईस्टर्न फ्रीवे और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर महाजाम लग गया है। इससे गाड़ियों की आवाजाही धीमी हो गई है।
मौसम ब्यूरो द्वारा सोमवार सुबह लगभग 10:30 बजे जारी किए गए पूर्वानुमान के अनुसार, दोपहर लगभग 12 बजे तक भारी बारिश होने की संभावना है, जिसके बाद पूरे दिन बहुत तेज बारिश होती रहेगी। IMD ने अपने ताजा पूर्वानुमानों में कहा है कि मराठवाड़ा में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली कड़कने, भारी से बहुत भारी वर्षा और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएँ चलने की संभावना है। मौसम विभाग ने कोंकण-गोवा में, कई स्थानों पर भी भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना जताई है, जबकि कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई है।
आईएमडी ने कहा कि मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है, और कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग ने आगे कहा, “कोंकण-गोवा के अधिकांश स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश/गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है, जबकि मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश/गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।” इस क्षेत्र में भारी बारिश 23 अगस्त तक जारी रहने की उम्मीद है।
दूसरी तरफ, अधिकारियों ने बताया कि मुंबई में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश होने से कुछ निचले इलाकों में जलभराव हो गया और यातायात ठप हो गया। वाहन चालकों के अनुसार, शहर के कुछ हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण दृश्यता प्रभावित हुई और वाहनों की आवाजाही धीमी हो गई। भारी बारिश के बाद विभिन्न इलाकों की सड़कें जलमग्न हो गईं हैं। अंधेरी सबवे, लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स जैसे कुछ निचले इलाकों में कुछ स्थानों पर पानी जमा हो गया, जिससे यातायात ठप पड़ गया है। सायन इलाके का गांधी बाजार भी जलमग्न हो गया है।
द्वीपीय शहर, पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में सुबह 9 बजे से केवल एक घंटे में क्रमशः 37 मिमी, 39 मिमी और 29 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई। अधिकारी ने बताया कि पूर्वी उपनगरों के चेंबूर में सबसे अधिक 65 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि शिवाजी नगर में एक घंटे की अवधि में 50 मिमी वर्षा हुई। अधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह 8 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में, द्वीपीय शहर में औसतन 54.58 मिमी वर्षा दर्ज की गई, पूर्वी उपनगरों में 72.61 मिमी और पश्चिमी उपनगरों में 65.86 मिमी वर्षा दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि इस अवधि के दौरान कई इलाकों में 100 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई।
उधर, बादल फटने की वजह से आई बाढ़ में नांदेड़ जिले की मुखेड़ तहसील के चार गाँवों में 290 से ज़्यादा लोग फंस गए हैं। बादल फटने की वजह से लेंडी बाँध के जलग्रहण क्षेत्र में बाढ़ आ गई है। अकेले रावनगाँव में ही 225 से ज़्यादा ग्रामीण फँसे हुए हैं, जबकि कई लोगों ने स्थानीय मस्जिद में शरण ली है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और त्वरित प्रतिक्रिया दल QRT) द्वारा बचाव अभियान जारी है। इस बीच, बाँध के जलग्रहण क्षेत्रों और नदी किनारे के गाँवों के सैकड़ों निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है।